Followers

शनिवार, 31 अगस्त 2019

हरतालिका तीज आज मनानी है या कल ??






फेसबुक और ब्लॉगिंग के बीच मेरा ये ब्लॉग एक पुल का काम करता है जिसमें मैं फेसबुक से   शब्द सरिता के प्रवाह को मोड़ कर यहां सहेज देता हूँ ताकि ये ब्लॉग की दुनिया के पाठकों के लिए भी उपलब्ध हो जाए कर हमेशा के लिए खूबसूरती से सहेजा भी जा सके | इस बहाने यहां सक्रियता बनाए हुए ब्लॉगर पाठक लेखक मित्र भी ब्लॉग की तरफ आ जाएं तो क्या कहने | देखिये कहीं आप भी तो नहीं हैं यहां 

बिहार में शराब और गुटखा के बाद पान मसाला पर एक साल के लिए बैन
जब तक भारत की हर लडकी IAS नहीं बन जाती हम सूर्यवंशम दिखाते रहेगें.....
-सेटमैक्स
कांग्रेस का जो हाल है, उसमें इसका अधिग्रहण तो होगा नहीं यानी वक्त आ गया है कि कांग्रेस ही मोलभाव कर तृणमूल या एनसीपी वगैरह में अपना विलय कर ले

आपको पता है कल और परसों दो दिन कश्मीर समस्या से भी बड़ी समस्या महिलाओं के सामने आ खड़ी हुई है , जिसका निराकरण मोदी जी और अमित शाह भी नहीं कर सकते 
*हरतालिका तीज आज मनानी है कि कल ? 😜*

शब्दों से इमरोज़ तो बहुत मिल जाते हैं ...
पर अमृता वाला इमरोज़ तो फिर हुआ ही नहीं ....
जैसे इमरोज़ वाली अमृता फिर कभी नहीं हुई ....
जन्मदिन मुबारक अमृता जी ....
इश्क़ मुबारक ....
इमरोज़ मुबारक....
कल्पना पांडेय

मित्रगण चाहें आप विशेषज्ञ हों अथवा सामान्‍य समझ बूझ से समझने वाले हों, मेरे इस प्रश्‍न का जवाब देने का प्रयास कीजिए, कोई पूर्वाग्रह नहीं, बस जानना चाहता हूं कि आपकी नजर में...
आर्थिक मंदी क्‍या है??
आपके जवाब के इंतजार में...
इस मँहगाई के आलम में बोलो कैसे लिख पाऊँ मैं
जो सोने के अक्षर उगले वो कलम कहाँ से लाऊँ मैं
गद्दारों की गाथा तो मैं पानी से भी लिख लूंगी
वीरों पर लिखने को इतना रक्त कहाँ से लाऊँ मैं
कनक

अब आएगी और भयानक मंदी
स्विस बैंक में भारतीयों के पैसों की जानकारी अब गोपनीय नहीं रहेगी..रविवार से भारतीयों के गोपनीय स्विस बैंक खातों से पर्दा उठेगा।
भारत और स्विट्जरलैंड के बीच बैंकिंग सूचनाओं के स्वतः आदान-प्रदान के समझौते के प्रभावी होने जा रहे है।
आज रात कई की नींद ग़ायब

जरा पता करके बताओ आयुष्मान योजना में परमाणु हमला कवर है क्या ?
अमृता प्रीतम किसकी पत्नी थी किसकी प्रेमिका सिर्फ इस पर ज्यादा बात हुई उनके लेखन पर कम क्यो? एक स्त्री के निजी जीवन में झांकने को अपना अधिकार समझने वाले लोग ये क्यों भूल जाते है कि लेखक या कलाकार की पहचान उसका काम होता है चरित्र नहीं। कम से कम उन्होंने चोरी चोरी रिश्ते नही बनाये जो किया वो किसी से छुपाया नहीं। यदि पुरुष लेखकों या अन्य लोगों के निजी जीवन का एक्सरे किया जाएगा तो सब निर्वस्त्र हो जाएंगे क्योंकि कहावत है ना हमाम में सब -----

सब कुछ वैसे का वैसा है,
कुछ भी तो नहीं बदला है,
बस थोडी तलब बढ़ गई,
मिलना मिलना सा नहीं लगता है,
बिछुड़ना बिछुड़ना सा नहीं लगता है।
शुभरात्रि💐💐💐
कुमुद "अनुन्जया"
बाबा कबीर
- - - - - -
मन मथुरा दिल द्वारिका , काया कासी जांणि
दसवां द्वारा देहुरा , तामै जोति पिछांणि। - कबीर
मन को मथुरा , दिल को द्वारिका , शरीर को काशी जानो। वहां जाने की जरूरत नहीं । सब तुम्‍हारे शरीर में ही हैं। दस द्वारों वाले देह मंदिर में प्रभु का निवास है। भीतर ही उस प्रभु ज्योति को पहचानो।
बचपन से एक रटी-रटाई कहानी सुनता आ रहा हूं- एक था राजा एक थी रानी, दोनों मर गए खतम कहानी। मुझे लगा कि चलो अच्छा हुआ, तब पूरी प्रजा सुख-चैन से रहने लगी होगी। पर इतिहास कभी ऐसी गलती नहीं करता। वह राजा-रानी और नेताओं के चेहरे तो बदल देता है, लेकिन उनके मुकुट कभी नहीं बदलता। सिलबट्टे के बीच चाहे जो आ जाए, उसे तो पिसना ही है।

रिश्ते और रास्ते
तब ख़त्म हो जाते हैँ
जब पाँव नहीं
दिल थक जाते है...

#NRCassam
रोमानिया में भारतीय राजदूत ने वहां के राष्ट्रपति को अपना परिचय देते हुए कहा-सर आपके पूरे मुल्क की जनसंख्या जितने बंदे तो हमारी एक स्टेट असम में बतौर अवैध घुसपैठिये रहते हैं।

आजकल रफी साहब को सुन रही हूँ , मीठी दुनिया, भोली दुनिया , ऐसे सुर , भाव , शब्द , संगीत
आह क्या मीठा समय
यू ट्यूब अपने अलोगरिथम में वही वही गाने थ्रो अप करता है
दोस्तों अपने रफी साहब के पसंदीदा गानों को तो बताइए
कोई नगीना मिल जाये जो सुना न हो

आज  के लिए इतना ही ,पढ़ते रहिये लिखते रहिये