एक झलक क्या देखी ज़िन्दगी की कल,
अब तो मौत के भी मायने बदल गये ।
है हक़ तुमको पहुँचो आसमां तक
पर देखो क़र्ज़ धरा का रह न जाये.
महानता १००% का नाम है.. १०० में से ९९ लोगों ने भी महान बताया तो बात नहीं बनती, जब तक सौवें के हलक़ में उंगली डालकर महान न कहलवा लो!!
दिल मे कोई होता तो तस्वीर बना लेती
तस्वीर मे कोई होता तो सामने बिठा लेती
सामने कोई होता तो नज़रें चार कर लेती
नज़रों मे कोई होता तो इबादत कर लेती
इबादत मे कोई होता तो खुदा बना लेतीखुदा कोई होता तो मोहब्बत कर लेती
मगर यारों ना खुदा मिला ,ना इबादत की
ना नज़र मिली ,ना तस्वीर बनी
दिल सूने मज़ार सा तन्हा पडा है………
"तुम मिलती हो तो एकांत नहीं मिलता ,
जीवन में सब एक साथ नहीं मिलता "
अज्ञात
दिल्ली में कल रात से तेज हवा और बारिश के बाद से मौसम सुहाना है.
वह पूछते है , "What's on your mind ? "
कोई यह बतलाओ कि हम बतलाएं क्या ???
( फेसबुक की नज़र ... चाचा ग़ालिब माफ़ कीजियेगा )
गौर करें...अगर कभी भटके नहीं,अटके नहीं,लटके नहीं,खटके नहीं,मटके नहीं,झटके नहीं तो मान लीजिए कि जिंदगी के मोर्चे पर डटके भी कुछ छूट गया है...देर किस बात की...जल्दी से दुरूस्त कर लें खुद को...
सोने वाले प्रलय नहीं देख पाएंगे....
इसलिए जागते रहो...........
और अगर प्रलय नहीं आया तो,
हेराल्ड कैपिंग फिर कह देगा
गणना में लिपकीय त्रुटि होगयी
क़यामत का लाइव टेलीकास्ट:
सूरज डूब गया है,अँधेरा छा रहा है,तेज हवाएं चलने लगी हैं!
हमारे 'तेज' चैनलों के बहादुर संवाददाताओं को फील्ड पर कैमरे ,माइक लेकर'रेडी' कर दिया गया है.कई स्पांसर भी मिल गए हैं.आप सब लोग जाते-जाते यह भी देख सकें कि आपका कौन साथी आपके साथ जा रहा है ?मतलब,मजे से मरते हुए ऊपर जाएँ !
हे भगवन ! अब तो कुछ हो ही जाना चाहिए नहीं तो कई बेरोजगार हो जायेंगे !
अमानिशा सोम आरुषि पर, दिनकर की दप दप आभा पर।
छ्न्द कोकिला की कुहुकों पर, गीत रचेंगे कवि पुहुपों पर।
अब कुछ हमारे भी झेलिए ,
- Krishna Mohan Mishra चलो किसी तरह वकालत पास कर ली वरना मोबाइल पर फेसबुक खोले एक्जाम हाल में मित्रों से पूछते फिरते ............. कओ मियां ये लड़की छेड़ने की सजा तो आई पी सी में दी है लेकिन लड़की का दिल चुराने की सजा में कौन सी दफा लगती है........................
..वही लगती है बे जो लड़की उठाने में और उससे गन्धर्व विवाह करने में लगती है (माँ बाप का कोई भरोसा है, कोई भी दफा लगा सकते हैं)
- संतोष त्रिवेदी Santosh Trivedi सही फरमा रहे हो गुरु,लेकिन अगर अब न होता तो बुढ़ापे में फिर आप कैसे मिलते?
1,73,000,000,00,000.....बस कुल इत्ते का ही घोटाला है .टू जी घोटाला ....शो शिंपिल है
है हक़ तुमको पहुँचो आसमां तक
पर देखो क़र्ज़ धरा का रह न जाये.
महानता १००% का नाम है.. १०० में से ९९ लोगों ने भी महान बताया तो बात नहीं बनती, जब तक सौवें के हलक़ में उंगली डालकर महान न कहलवा लो!!
दिल मे कोई होता तो तस्वीर बना लेती
तस्वीर मे कोई होता तो सामने बिठा लेती
सामने कोई होता तो नज़रें चार कर लेती
नज़रों मे कोई होता तो इबादत कर लेती
इबादत मे कोई होता तो खुदा बना लेतीखुदा कोई होता तो मोहब्बत कर लेती
मगर यारों ना खुदा मिला ,ना इबादत की
ना नज़र मिली ,ना तस्वीर बनी
दिल सूने मज़ार सा तन्हा पडा है………
"तुम मिलती हो तो एकांत नहीं मिलता ,
जीवन में सब एक साथ नहीं मिलता "
अज्ञात
दिल्ली में कल रात से तेज हवा और बारिश के बाद से मौसम सुहाना है.
वह पूछते है , "What's on your mind ? "
कोई यह बतलाओ कि हम बतलाएं क्या ???
( फेसबुक की नज़र ... चाचा ग़ालिब माफ़ कीजियेगा )
गौर करें...अगर कभी भटके नहीं,अटके नहीं,लटके नहीं,खटके नहीं,मटके नहीं,झटके नहीं तो मान लीजिए कि जिंदगी के मोर्चे पर डटके भी कुछ छूट गया है...देर किस बात की...जल्दी से दुरूस्त कर लें खुद को...
सोने वाले प्रलय नहीं देख पाएंगे....
इसलिए जागते रहो...........
और अगर प्रलय नहीं आया तो,
हेराल्ड कैपिंग फिर कह देगा
गणना में लिपकीय त्रुटि होगयी
क़यामत का लाइव टेलीकास्ट:
सूरज डूब गया है,अँधेरा छा रहा है,तेज हवाएं चलने लगी हैं!
हमारे 'तेज' चैनलों के बहादुर संवाददाताओं को फील्ड पर कैमरे ,माइक लेकर'रेडी' कर दिया गया है.कई स्पांसर भी मिल गए हैं.आप सब लोग जाते-जाते यह भी देख सकें कि आपका कौन साथी आपके साथ जा रहा है ?मतलब,मजे से मरते हुए ऊपर जाएँ !
हे भगवन ! अब तो कुछ हो ही जाना चाहिए नहीं तो कई बेरोजगार हो जायेंगे !
अमानिशा सोम आरुषि पर, दिनकर की दप दप आभा पर।
छ्न्द कोकिला की कुहुकों पर, गीत रचेंगे कवि पुहुपों पर।
अब कुछ हमारे भी झेलिए ,
- Krishna Mohan Mishra चलो किसी तरह वकालत पास कर ली वरना मोबाइल पर फेसबुक खोले एक्जाम हाल में मित्रों से पूछते फिरते ............. कओ मियां ये लड़की छेड़ने की सजा तो आई पी सी में दी है लेकिन लड़की का दिल चुराने की सजा में कौन सी दफा लगती है........................
..वही लगती है बे जो लड़की उठाने में और उससे गन्धर्व विवाह करने में लगती है (माँ बाप का कोई भरोसा है, कोई भी दफा लगा सकते हैं)
- संतोष त्रिवेदी Santosh Trivedi सही फरमा रहे हो गुरु,लेकिन अगर अब न होता तो बुढ़ापे में फिर आप कैसे मिलते?
1,73,000,000,00,000.....बस कुल इत्ते का ही घोटाला है .टू जी घोटाला ....शो शिंपिल है
महानता १००% का नाम है.. १०० में से ९९ लोगों ने भी महान बताया तो बात नहीं बनती, जब तक सौवें के हलक़ में उंगली डालकर महान न कहलवा लो!!
दिल मे कोई होता तो तस्वीर बना लेती
तस्वीर मे कोई होता तो सामने बिठा लेती
सामने कोई होता तो नज़रें चार कर लेती
नज़रों मे कोई होता तो इबादत कर लेती
इबादत मे कोई होता तो खुदा बना लेतीखुदा कोई होता तो मोहब्बत कर लेती
मगर यारों ना खुदा मिला ,ना इबादत की
ना नज़र मिली ,ना तस्वीर बनी
दिल सूने मज़ार सा तन्हा पडा है………
"तुम मिलती हो तो एकांत नहीं मिलता ,
जीवन में सब एक साथ नहीं मिलता "
अज्ञात
दिल्ली में कल रात से तेज हवा और बारिश के बाद से मौसम सुहाना है.
वह पूछते है , "What's on your mind ? "
कोई यह बतलाओ कि हम बतलाएं क्या ???
( फेसबुक की नज़र ... चाचा ग़ालिब माफ़ कीजियेगा )
गौर करें...अगर कभी भटके नहीं,अटके नहीं,लटके नहीं,खटके नहीं,मटके नहीं,झटके नहीं तो मान लीजिए कि जिंदगी के मोर्चे पर डटके भी कुछ छूट गया है...देर किस बात की...जल्दी से दुरूस्त कर लें खुद को...
सोने वाले प्रलय नहीं देख पाएंगे....
इसलिए जागते रहो...........
और अगर प्रलय नहीं आया तो,
हेराल्ड कैपिंग फिर कह देगा
गणना में लिपकीय त्रुटि होगयी
क़यामत का लाइव टेलीकास्ट:
सूरज डूब गया है,अँधेरा छा रहा है,तेज हवाएं चलने लगी हैं!
हमारे 'तेज' चैनलों के बहादुर संवाददाताओं को फील्ड पर कैमरे ,माइक लेकर'रेडी' कर दिया गया है.कई स्पांसर भी मिल गए हैं.आप सब लोग जाते-जाते यह भी देख सकें कि आपका कौन साथी आपके साथ जा रहा है ?मतलब,मजे से मरते हुए ऊपर जाएँ !
हे भगवन ! अब तो कुछ हो ही जाना चाहिए नहीं तो कई बेरोजगार हो जायेंगे !
अमानिशा सोम आरुषि पर, दिनकर की दप दप आभा पर।
छ्न्द कोकिला की कुहुकों पर, गीत रचेंगे कवि पुहुपों पर।
अब कुछ हमारे भी झेलिए ,
- Krishna Mohan Mishra चलो किसी तरह वकालत पास कर ली वरना मोबाइल पर फेसबुक खोले एक्जाम हाल में मित्रों से पूछते फिरते ............. कओ मियां ये लड़की छेड़ने की सजा तो आई पी सी में दी है लेकिन लड़की का दिल चुराने की सजा में कौन सी दफा लगती है........................
..वही लगती है बे जो लड़की उठाने में और उससे गन्धर्व विवाह करने में लगती है (माँ बाप का कोई भरोसा है, कोई भी दफा लगा सकते हैं)
- संतोष त्रिवेदी Santosh Trivedi सही फरमा रहे हो गुरु,लेकिन अगर अब न होता तो बुढ़ापे में फिर आप कैसे मिलते?
1,73,000,000,00,000.....बस कुल इत्ते का ही घोटाला है .टू जी घोटाला ....शो शिंपिल है
दिल मे कोई होता तो तस्वीर बना लेती
तस्वीर मे कोई होता तो सामने बिठा लेती
सामने कोई होता तो नज़रें चार कर लेती
नज़रों मे कोई होता तो इबादत कर लेती
इबादत मे कोई होता तो खुदा बना लेतीखुदा कोई होता तो मोहब्बत कर लेती
मगर यारों ना खुदा मिला ,ना इबादत की
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"तुम मिलती हो तो एकांत नहीं मिलता ,
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अज्ञात
दिल्ली में कल रात से तेज हवा और बारिश के बाद से मौसम सुहाना है.
वह पूछते है , "What's on your mind ? "
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( फेसबुक की नज़र ... चाचा ग़ालिब माफ़ कीजियेगा )
गौर करें...अगर कभी भटके नहीं,अटके नहीं,लटके नहीं,खटके नहीं,मटके नहीं,झटके नहीं तो मान लीजिए कि जिंदगी के मोर्चे पर डटके भी कुछ छूट गया है...देर किस बात की...जल्दी से दुरूस्त कर लें खुद को...
सोने वाले प्रलय नहीं देख पाएंगे....
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और अगर प्रलय नहीं आया तो,
हेराल्ड कैपिंग फिर कह देगा
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क़यामत का लाइव टेलीकास्ट:
सूरज डूब गया है,अँधेरा छा रहा है,तेज हवाएं चलने लगी हैं!
हमारे 'तेज' चैनलों के बहादुर संवाददाताओं को फील्ड पर कैमरे ,माइक लेकर'रेडी' कर दिया गया है.कई स्पांसर भी मिल गए हैं.आप सब लोग जाते-जाते यह भी देख सकें कि आपका कौन साथी आपके साथ जा रहा है ?मतलब,मजे से मरते हुए ऊपर जाएँ !
हे भगवन ! अब तो कुछ हो ही जाना चाहिए नहीं तो कई बेरोजगार हो जायेंगे !
अमानिशा सोम आरुषि पर, दिनकर की दप दप आभा पर।
छ्न्द कोकिला की कुहुकों पर, गीत रचेंगे कवि पुहुपों पर।
अब कुछ हमारे भी झेलिए ,
- Krishna Mohan Mishra चलो किसी तरह वकालत पास कर ली वरना मोबाइल पर फेसबुक खोले एक्जाम हाल में मित्रों से पूछते फिरते ............. कओ मियां ये लड़की छेड़ने की सजा तो आई पी सी में दी है लेकिन लड़की का दिल चुराने की सजा में कौन सी दफा लगती है........................
..वही लगती है बे जो लड़की उठाने में और उससे गन्धर्व विवाह करने में लगती है (माँ बाप का कोई भरोसा है, कोई भी दफा लगा सकते हैं)
- संतोष त्रिवेदी Santosh Trivedi सही फरमा रहे हो गुरु,लेकिन अगर अब न होता तो बुढ़ापे में फिर आप कैसे मिलते?
1,73,000,000,00,000.....बस कुल इत्ते का ही घोटाला है .टू जी घोटाला ....शो शिंपिल है
तस्वीर मे कोई होता तो सामने बिठा लेती
सामने कोई होता तो नज़रें चार कर लेती
नज़रों मे कोई होता तो इबादत कर लेती
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मगर यारों ना खुदा मिला ,ना इबादत की
ना नज़र मिली ,ना तस्वीर बनी
दिल सूने मज़ार सा तन्हा पडा है………
"तुम मिलती हो तो एकांत नहीं मिलता ,
जीवन में सब एक साथ नहीं मिलता "
अज्ञात
दिल्ली में कल रात से तेज हवा और बारिश के बाद से मौसम सुहाना है.
वह पूछते है , "What's on your mind ? "
कोई यह बतलाओ कि हम बतलाएं क्या ???
( फेसबुक की नज़र ... चाचा ग़ालिब माफ़ कीजियेगा )
गौर करें...अगर कभी भटके नहीं,अटके नहीं,लटके नहीं,खटके नहीं,मटके नहीं,झटके नहीं तो मान लीजिए कि जिंदगी के मोर्चे पर डटके भी कुछ छूट गया है...देर किस बात की...जल्दी से दुरूस्त कर लें खुद को...
सोने वाले प्रलय नहीं देख पाएंगे....
इसलिए जागते रहो...........
और अगर प्रलय नहीं आया तो,
हेराल्ड कैपिंग फिर कह देगा
गणना में लिपकीय त्रुटि होगयी
क़यामत का लाइव टेलीकास्ट:
सूरज डूब गया है,अँधेरा छा रहा है,तेज हवाएं चलने लगी हैं!
हमारे 'तेज' चैनलों के बहादुर संवाददाताओं को फील्ड पर कैमरे ,माइक लेकर'रेडी' कर दिया गया है.कई स्पांसर भी मिल गए हैं.आप सब लोग जाते-जाते यह भी देख सकें कि आपका कौन साथी आपके साथ जा रहा है ?मतलब,मजे से मरते हुए ऊपर जाएँ !
हे भगवन ! अब तो कुछ हो ही जाना चाहिए नहीं तो कई बेरोजगार हो जायेंगे !
अमानिशा सोम आरुषि पर, दिनकर की दप दप आभा पर।
छ्न्द कोकिला की कुहुकों पर, गीत रचेंगे कवि पुहुपों पर।
अब कुछ हमारे भी झेलिए ,
- Krishna Mohan Mishra चलो किसी तरह वकालत पास कर ली वरना मोबाइल पर फेसबुक खोले एक्जाम हाल में मित्रों से पूछते फिरते ............. कओ मियां ये लड़की छेड़ने की सजा तो आई पी सी में दी है लेकिन लड़की का दिल चुराने की सजा में कौन सी दफा लगती है........................
..वही लगती है बे जो लड़की उठाने में और उससे गन्धर्व विवाह करने में लगती है (माँ बाप का कोई भरोसा है, कोई भी दफा लगा सकते हैं)
- संतोष त्रिवेदी Santosh Trivedi सही फरमा रहे हो गुरु,लेकिन अगर अब न होता तो बुढ़ापे में फिर आप कैसे मिलते?
1,73,000,000,00,000.....बस कुल इत्ते का ही घोटाला है .टू जी घोटाला ....शो शिंपिल है
दिल्ली में कल रात से तेज हवा और बारिश के बाद से मौसम सुहाना है.
वह पूछते है , "What's on your mind ? "
कोई यह बतलाओ कि हम बतलाएं क्या ???
( फेसबुक की नज़र ... चाचा ग़ालिब माफ़ कीजियेगा )
गौर करें...अगर कभी भटके नहीं,अटके नहीं,लटके नहीं,खटके नहीं,मटके नहीं,झटके नहीं तो मान लीजिए कि जिंदगी के मोर्चे पर डटके भी कुछ छूट गया है...देर किस बात की...जल्दी से दुरूस्त कर लें खुद को...
सोने वाले प्रलय नहीं देख पाएंगे....
इसलिए जागते रहो...........
और अगर प्रलय नहीं आया तो,
हेराल्ड कैपिंग फिर कह देगा
गणना में लिपकीय त्रुटि होगयी
क़यामत का लाइव टेलीकास्ट:
सूरज डूब गया है,अँधेरा छा रहा है,तेज हवाएं चलने लगी हैं!
हमारे 'तेज' चैनलों के बहादुर संवाददाताओं को फील्ड पर कैमरे ,माइक लेकर'रेडी' कर दिया गया है.कई स्पांसर भी मिल गए हैं.आप सब लोग जाते-जाते यह भी देख सकें कि आपका कौन साथी आपके साथ जा रहा है ?मतलब,मजे से मरते हुए ऊपर जाएँ !
हे भगवन ! अब तो कुछ हो ही जाना चाहिए नहीं तो कई बेरोजगार हो जायेंगे !
अमानिशा सोम आरुषि पर, दिनकर की दप दप आभा पर।
छ्न्द कोकिला की कुहुकों पर, गीत रचेंगे कवि पुहुपों पर।
अब कुछ हमारे भी झेलिए ,
- Krishna Mohan Mishra चलो किसी तरह वकालत पास कर ली वरना मोबाइल पर फेसबुक खोले एक्जाम हाल में मित्रों से पूछते फिरते ............. कओ मियां ये लड़की छेड़ने की सजा तो आई पी सी में दी है लेकिन लड़की का दिल चुराने की सजा में कौन सी दफा लगती है........................
..वही लगती है बे जो लड़की उठाने में और उससे गन्धर्व विवाह करने में लगती है (माँ बाप का कोई भरोसा है, कोई भी दफा लगा सकते हैं)
- संतोष त्रिवेदी Santosh Trivedi सही फरमा रहे हो गुरु,लेकिन अगर अब न होता तो बुढ़ापे में फिर आप कैसे मिलते?
1,73,000,000,00,000.....बस कुल इत्ते का ही घोटाला है .टू जी घोटाला ....शो शिंपिल है
वह पूछते है , "What's on your mind ? "
कोई यह बतलाओ कि हम बतलाएं क्या ???
( फेसबुक की नज़र ... चाचा ग़ालिब माफ़ कीजियेगा )
गौर करें...अगर कभी भटके नहीं,अटके नहीं,लटके नहीं,खटके नहीं,मटके नहीं,झटके नहीं तो मान लीजिए कि जिंदगी के मोर्चे पर डटके भी कुछ छूट गया है...देर किस बात की...जल्दी से दुरूस्त कर लें खुद को...
सोने वाले प्रलय नहीं देख पाएंगे....
इसलिए जागते रहो...........
और अगर प्रलय नहीं आया तो,
हेराल्ड कैपिंग फिर कह देगा
गणना में लिपकीय त्रुटि होगयी
क़यामत का लाइव टेलीकास्ट:
सूरज डूब गया है,अँधेरा छा रहा है,तेज हवाएं चलने लगी हैं!
हमारे 'तेज' चैनलों के बहादुर संवाददाताओं को फील्ड पर कैमरे ,माइक लेकर'रेडी' कर दिया गया है.कई स्पांसर भी मिल गए हैं.आप सब लोग जाते-जाते यह भी देख सकें कि आपका कौन साथी आपके साथ जा रहा है ?मतलब,मजे से मरते हुए ऊपर जाएँ !
हे भगवन ! अब तो कुछ हो ही जाना चाहिए नहीं तो कई बेरोजगार हो जायेंगे !
अमानिशा सोम आरुषि पर, दिनकर की दप दप आभा पर।
छ्न्द कोकिला की कुहुकों पर, गीत रचेंगे कवि पुहुपों पर।
अब कुछ हमारे भी झेलिए ,
- Krishna Mohan Mishra चलो किसी तरह वकालत पास कर ली वरना मोबाइल पर फेसबुक खोले एक्जाम हाल में मित्रों से पूछते फिरते ............. कओ मियां ये लड़की छेड़ने की सजा तो आई पी सी में दी है लेकिन लड़की का दिल चुराने की सजा में कौन सी दफा लगती है........................
..वही लगती है बे जो लड़की उठाने में और उससे गन्धर्व विवाह करने में लगती है (माँ बाप का कोई भरोसा है, कोई भी दफा लगा सकते हैं)
- संतोष त्रिवेदी Santosh Trivedi सही फरमा रहे हो गुरु,लेकिन अगर अब न होता तो बुढ़ापे में फिर आप कैसे मिलते?
1,73,000,000,00,000.....बस कुल इत्ते का ही घोटाला है .टू जी घोटाला ....शो शिंपिल है
गौर करें...अगर कभी भटके नहीं,अटके नहीं,लटके नहीं,खटके नहीं,मटके नहीं,झटके नहीं तो मान लीजिए कि जिंदगी के मोर्चे पर डटके भी कुछ छूट गया है...देर किस बात की...जल्दी से दुरूस्त कर लें खुद को...
सोने वाले प्रलय नहीं देख पाएंगे....
इसलिए जागते रहो...........
और अगर प्रलय नहीं आया तो,
हेराल्ड कैपिंग फिर कह देगा
गणना में लिपकीय त्रुटि होगयी
क़यामत का लाइव टेलीकास्ट:
सूरज डूब गया है,अँधेरा छा रहा है,तेज हवाएं चलने लगी हैं!
हमारे 'तेज' चैनलों के बहादुर संवाददाताओं को फील्ड पर कैमरे ,माइक लेकर'रेडी' कर दिया गया है.कई स्पांसर भी मिल गए हैं.आप सब लोग जाते-जाते यह भी देख सकें कि आपका कौन साथी आपके साथ जा रहा है ?मतलब,मजे से मरते हुए ऊपर जाएँ !
हे भगवन ! अब तो कुछ हो ही जाना चाहिए नहीं तो कई बेरोजगार हो जायेंगे !
अमानिशा सोम आरुषि पर, दिनकर की दप दप आभा पर।
छ्न्द कोकिला की कुहुकों पर, गीत रचेंगे कवि पुहुपों पर।
अब कुछ हमारे भी झेलिए ,
Krishna Mohan Mishra चलो किसी तरह वकालत पास कर ली वरना मोबाइल पर फेसबुक खोले एक्जाम हाल में मित्रों से पूछते फिरते ............. कओ मियां ये लड़की छेड़ने की सजा तो आई पी सी में दी है लेकिन लड़की का दिल चुराने की सजा में कौन सी दफा लगती है..........................वही लगती है बे जो लड़की उठाने में और उससे गन्धर्व विवाह करने में लगती है (माँ बाप का कोई भरोसा है, कोई भी दफा लगा सकते हैं)
संतोष त्रिवेदी Santosh Trivedi सही फरमा रहे हो गुरु,लेकिन अगर अब न होता तो बुढ़ापे में फिर आप कैसे मिलते?
1,73,000,000,00,000.....बस कुल इत्ते का ही घोटाला है .टू जी घोटाला ....शो शिंपिल है