सूत्रों के हवाले से खबर आ रही कि
फ्रांस सरकार ने "मोदी जी" से फोन पर पूछा है कि-
सितम्बर में #राफेल की डिलीवरी सीधे देनी है या फिर पाकिस्तान मे से डेमो देते हुए लाएं"॥
😁😀😀
आपकी राय क्या है...?
सितम्बर में #राफेल की डिलीवरी सीधे देनी है या फिर पाकिस्तान मे से डेमो देते हुए लाएं"॥
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आपकी राय क्या है...?
आज एक माँ और उसकी बेटी ने देश को वह सम्मान और गौरव दिया है, जो उस क्षेत्र में देश का कोई पुरुष नहीं दे सका।
यह उन पुरुषों को एक ऐतिहासिक तमाचा है, जो स्त्रियों को गर्भावस्था से लेकर उनके जीवन भर तक उनको तमाम पौरुष और जातीय या तथाकथित धार्मिक-सांस्कृतिक ग्रंथियों के मनोरोग के कारण यातनाएँ देते हैं, उन्हें क़ैद करते हैं, ग़ुलाम या बंधुआ मज़दूर बनाते हैं, उन पर तेज़ाब फेंकते हैं, बलात्कार करते हैं, उनकी इच्छा-अनिच्छा से बेपरवाह अपने फैसले, अपने फतवे थोपते हैं और उनकी तमाम-तमाम तरह से हत्याएँ करते हैं।
यह उन पुरुषों को एक ऐतिहासिक तमाचा है, जो स्त्रियों को गर्भावस्था से लेकर उनके जीवन भर तक उनको तमाम पौरुष और जातीय या तथाकथित धार्मिक-सांस्कृतिक ग्रंथियों के मनोरोग के कारण यातनाएँ देते हैं, उन्हें क़ैद करते हैं, ग़ुलाम या बंधुआ मज़दूर बनाते हैं, उन पर तेज़ाब फेंकते हैं, बलात्कार करते हैं, उनकी इच्छा-अनिच्छा से बेपरवाह अपने फैसले, अपने फतवे थोपते हैं और उनकी तमाम-तमाम तरह से हत्याएँ करते हैं।
पी विजया की बेटी पी वी संधु ने ऐसा इतिहास रचा है, जिसकी गूँज दूर भविष्य तक जायेगी।
जाना ही चाहिए।
दोनों आज इस पल देश की सबसे ख़ुश माँ-बेटी हैं। आज संधु की माँ का जन्मदिन भी था।
क्या हम एक ऐसा अपना देश कभी बना सकेंगे, जिसमें माँ और बेटी दोनों के चेहरे इतना ख़ुश दिखें, जैसा इस समय पी विजया और पी वी संधु का है ?
जाना ही चाहिए।
दोनों आज इस पल देश की सबसे ख़ुश माँ-बेटी हैं। आज संधु की माँ का जन्मदिन भी था।
क्या हम एक ऐसा अपना देश कभी बना सकेंगे, जिसमें माँ और बेटी दोनों के चेहरे इतना ख़ुश दिखें, जैसा इस समय पी विजया और पी वी संधु का है ?
यह सिर्फ एक किसी खेल का अंतर्राष्ट्रीय नतीजा भर नहीं, यह एक गंभीर सामाजिक-सांस्कृतिक संदेश है।
है न?
है न?
है बाई की नजर_आप पर_!
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कमला_
मेरी काम वाली बाईं_
सुबह_शाम
दू घण्टा खूब बतकही करती है_
उसकी चुगलख़ोर जूवान_
झख मार के सुनने की आदत डालनी पड़ी_
दिल में उसके मचलते रहते हैं_
मेरे पड़ोसियों के कारनामें_
सुरु_सुरु में अजीब लगता_ झूठ लगता_
अब जाके मज़ा आने लगा है_
तबला और सितार की मीठी युगलबंदी सी_
चटपटी लगती हैं अब उसकी बातें_
अब जानती हूँ मैं_
ऊपरी तल्ले वाली सोनी_
पिज़्ज़ा वाले को मुँह चोन्हाकर जबाब देती है_
चौमिंग डोसा छोला से लेकर फुचका तक_
सब्बे फ़ीरीए खाती है_
सेक्रेटरी साहेब उल्लू की तरह घूमते हैं_
जानकी के पीछे_पीछे_
बडोरकर साहेब के इज्जत का ईंधन जल जाएगा_
भाग जायगी टिंकी_ ललना के साथे_
प्रोफ़ेसर साहेब का लईक़ा सँटूवा_
रोज़ नकचढ़ी पिंकिया को लाइन मारता है_
मन में लड्डू नहीं रसगुल्ले फूटते हैं दोनों के_
पेट फूलेगा तो भंडा फूटेगा_
पेपर वाला कलुठा कलमुहाँ_
रोज चाय पीता है रोज़ी मेम साहब के साथ_
ह्ह्ह्ह्ह_छोड़िये_
रोज का किस्सा है_
वो सुगंधित धूप जैसा मान लीजिए_
रोज सुबह शाम जलती है न घर में_
मन्दिरों में_
घण्टी संग आध्यात्मिक महक वाली_ !
मेरी काम वाली बाईं_
सुबह_शाम
दू घण्टा खूब बतकही करती है_
उसकी चुगलख़ोर जूवान_
झख मार के सुनने की आदत डालनी पड़ी_
दिल में उसके मचलते रहते हैं_
मेरे पड़ोसियों के कारनामें_
सुरु_सुरु में अजीब लगता_ झूठ लगता_
अब जाके मज़ा आने लगा है_
तबला और सितार की मीठी युगलबंदी सी_
चटपटी लगती हैं अब उसकी बातें_
अब जानती हूँ मैं_
ऊपरी तल्ले वाली सोनी_
पिज़्ज़ा वाले को मुँह चोन्हाकर जबाब देती है_
चौमिंग डोसा छोला से लेकर फुचका तक_
सब्बे फ़ीरीए खाती है_
सेक्रेटरी साहेब उल्लू की तरह घूमते हैं_
जानकी के पीछे_पीछे_
बडोरकर साहेब के इज्जत का ईंधन जल जाएगा_
भाग जायगी टिंकी_ ललना के साथे_
प्रोफ़ेसर साहेब का लईक़ा सँटूवा_
रोज़ नकचढ़ी पिंकिया को लाइन मारता है_
मन में लड्डू नहीं रसगुल्ले फूटते हैं दोनों के_
पेट फूलेगा तो भंडा फूटेगा_
पेपर वाला कलुठा कलमुहाँ_
रोज चाय पीता है रोज़ी मेम साहब के साथ_
ह्ह्ह्ह्ह_छोड़िये_
रोज का किस्सा है_
वो सुगंधित धूप जैसा मान लीजिए_
रोज सुबह शाम जलती है न घर में_
मन्दिरों में_
घण्टी संग आध्यात्मिक महक वाली_ !
शुभ कर्म से अशुभ कर्म नष्ट कर सकते हैं? –
दोनों कर्मों का फल तो भोगना ही होता है।यदि चोरी
करके दान देने से चोरी के अपराध से कोई मुक्त थोडी ही
नहीं हो जाता।
दोनों कर्मों का फल तो भोगना ही होता है।यदि चोरी
करके दान देने से चोरी के अपराध से कोई मुक्त थोडी ही
नहीं हो जाता।
हमारे पूर्वांचल में अगर कोई सुरती (खैनी) बना रहा है तो एक दो लोग उसके पास आकर के बिना किसी औपचारिकता के कहता है भले ही वह अनजान व्यक्ति हो ,"भैया जरा बढ़ा के"। इस वाक्य में इतनी आत्मीयता रहती है कि सुरती बनाने वाला बिना कुछ कहे मुस्कुरा कर सुरती चुना बढ़ा देता है।
जब भी मैं किसी थाने के आसपास से गुजर रही होती हूँ ,पुलिस द्वारा एक्सीडेंट के वक्त की या गैरकानूनी व्यवसाय करनेवाली पकड़ी गयी कैंपस के अंदर और बाहर जंग लगती खड़ी गाड़ियाँ परेशान कर देती है। चूँकि हमारे मोहल्ले में ही थाना है , मोहल्ले के रोड के किनारे पुलिस द्वारा पकड़ी गयी गाड़ियाँ साइड में लगी दिखती हैं। बीमा कंपनियों द्वारा पैसे मिल जाने के कारण न तो गाड़ी के मालिक गाड़ी को छुड़ाने में दिलचस्पी दिखते हैं , न ही सरकार की ओर से कम मूल्य पर उसे जरूरतमंद तक पहुंचाने की व्यवस्था है। जिस देश के नागरिकों को एक साइकिल खरीदने के लिए भी कई माह , वर्ष इंतज़ार करने पड़ते हों , उस देश में धूप और बारिश में लाखों - करोड़ों की गाड़ियाँ नष्ट हो रही हैं। इसे हमारे देश का दुर्भाग्य नहीं तो और क्या कहेंगे
#खड़ीखबर :इमरान खान के दफ्तर की बिजली ,बिल भुगतान न करने के कारण काटी गई
तो क्या हुआ हमारे पास इन्वर्टर से चलने वाला परमाणु बम भी है :इमराना आपा
तो क्या हुआ हमारे पास इन्वर्टर से चलने वाला परमाणु बम भी है :इमराना आपा
बोर्डर से करीब 5-6 घंटे पहले की ताजा खबर है कि नीलम और लीपा वैली में कम से कम 10 पाकिस्तनियों को 72 हूरों के पास भेज दिया गया है ,साथ ही दो आतंकी लांच पैड और तीन बोर्डर पोस्ट को भी ध्वस्त कर दिया गया है । आतंकवादियों को भारत में घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तनियों ने कवर फायर शुरू किया था , जिसका जबाब भारत की सेना ने आर्टिलरी से दिया है ।। अभी गुरेज सेक्टर में भी फायरिंग शुरू हो गया है । शायद संक्षिप्त युद्ध हो सकता है ।। कल पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता गफूर ने ट्विट कर कुछ ऐसा ही इशारा किया था ।।
विज्ञान कहता है कि इंसान सोते समय किसी भी प्रकार के गन्ध का अनुभव नही करता है । लेकिन मेरे साथ ठीक इसका उलट होता है, रात में पाद की गंध से कई बार मैं उठ जाता हूँ । फिर रूम स्प्रे, या किवाड़ खोलकर स्टैंड फैन बाहर घुमाना आदि प्रक्रिया करता हूँ और तब सोता हूँ । अब या तो मैं विज्ञान को चुनौती दे रहा हूँ, अथवा पादने की ध्वनि से उठ रहा हूँ (जो कि आज तक मुझे नही लगा) पता नही
ये दुनिया है जनाब...
........महफ़िल में बदनाम और
अकेले में सलाम करती है....!!
........महफ़िल में बदनाम और
अकेले में सलाम करती है....!!
राष्ट्रीय खेल दिवस पर...
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"हिंदुस्तान मेरा वतन है और मैं वहीं खुश हूँ"
ऐसा कहा था इस जादूगर ने सो भी उस खूंखार तानाशाह हिटलर के सामने जिससे पूरी दुनिया काँपती थी।
कहते हैं लोग-बाग जब सोने जाते...मेजर की प्रैक्टिस उसवक्त शुरू होती थी तो अहले सुबह तक चलती।मैदान में खेलते वक्त गेंद मानो उनके हाकी स्टिक से चिपक जाती।इसीलिए एक बार उनके बल्ले को तोड़ तसल्ली भी करी थी प्रतिपक्षी टीम ने।ऐसे थे हमारे "हाकी के जादूगर"।आज उनका जन्मदिन है जिसे हमलोग 'राष्ट्रीय खेल दिवस' के रूप में मनाते हैं।
भारतरत्न ना मिला ना सही....आप किसी पुरस्कार, पद या प्रतिष्ठा के मोहताज नहीं ।आप अमर है हमारी स्मृतियों में...सदा सदा के लिए।
जन्मदिवस की शुभकामनाएं मेजर!!💐🎂
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"हिंदुस्तान मेरा वतन है और मैं वहीं खुश हूँ"
ऐसा कहा था इस जादूगर ने सो भी उस खूंखार तानाशाह हिटलर के सामने जिससे पूरी दुनिया काँपती थी।
कहते हैं लोग-बाग जब सोने जाते...मेजर की प्रैक्टिस उसवक्त शुरू होती थी तो अहले सुबह तक चलती।मैदान में खेलते वक्त गेंद मानो उनके हाकी स्टिक से चिपक जाती।इसीलिए एक बार उनके बल्ले को तोड़ तसल्ली भी करी थी प्रतिपक्षी टीम ने।ऐसे थे हमारे "हाकी के जादूगर"।आज उनका जन्मदिन है जिसे हमलोग 'राष्ट्रीय खेल दिवस' के रूप में मनाते हैं।
भारतरत्न ना मिला ना सही....आप किसी पुरस्कार, पद या प्रतिष्ठा के मोहताज नहीं ।आप अमर है हमारी स्मृतियों में...सदा सदा के लिए।
जन्मदिवस की शुभकामनाएं मेजर!!💐🎂
...पूजा प्रणति राय
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