लगभग
एक साल से साइट पर लिखते रहने के बावजूद अभी तक ब्लॉग पर लिखने मोह बना
हुआ है , मैंने ब्लॉग्स पर लिखना बिल्कुल बंद कर दिया था और तमाम ब्लॉग्स
को भी रिडायरेक्ट करके साइट की तरफ़ मोड दिया गया था , किंतु पिछले दिनों से
महसूस हो रहा है कि उस दुनिया को यूं छोडना ठीक नहीं है , जल्दी ही सभी
ब्लॉग्स को पुन: सक्रिय करके वापसी करने का विचार बना रहा हूं और उससे भी
ज्यादा ब्लॉग्स को पढने और उन पर टीपने की आदत को मांजने की भी ...ब्लॉगिंग
जिंदाबाद , ब्लॉगर जिंदाबाद , ब्लॉग्स जिंदाबाद ।
शुक्रिया रजनीश भाई :)
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंआज की ब्लॉग बुलेटिन होली आई रे कन्हाई पर संभल कर मेरे भाई - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
जवाब देंहटाएंachchha irada achchhi prastuti .holi me lage rahiye kahin bhagiye mat .
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढिया ...
जवाब देंहटाएंहोलिकोत्सव की अनंत शुभकामनाएं