खुदा के हाथ मे है बिकना न बिकना मय का अय साक़ी, बराबर मस्जिदे जामा के हमने अब दुकां रख दी
उन्होंने अपने फेसबुक के वाल पर लिखा था...जब इतने लोग सड़क दुर्घटना में मर रहे हैं तो प्रधानमंत्री...
सूर्यास्त
डूबता सूरज
करता अठखेलियां
जलधारा के बीच।
गडकरी ने आडवाणी और सुषमा जैसे नेताओं को औकात बता दी। गइल भैंस पानी में। करते रहो यात्रा, देते रहो भाषण। बनते रहो नेता।
नासमझ दिखने कि नौटंकी बंद हि कर दो अब,,,,
धीरे धीरे और बहुत देर बाद हि सही...अब तुम्हे समझने लगा हूँ मैं! — at दीघा, पटना, आई टी आई, छात्रावास .
किसी और को कैसे चाहें
आज भी उसके प्यार का बंधन
मेरे कदम उसकी और ले जाते हैं
जो तुम आ जाते एक बार ।कितनी करूणा कितने संदेशपथ में बिछ जाते बन परागगाता प्राणों का तार तारअनुराग भरा उन्माद रागआँसू लेते वे पथ पखारजो तुम आ जाते एक बार ।हंस उठते पल में आद्र नयनधुल जाता होठों से विषादछा जाता जीवन में बसंतलुट जाता चिर संचित विरागआँखें देतीं सर्वस्व वारजो तुम आ जाते एक बार ।-महादेवी वर्मा.
जो भी मैं, कहना चाहूँ, बर्बाद करे....अल्फाज मेरे...
ओ या या या.....
ओ या या या.....
य्या या, य्या या. य्या या...
आपको भी अब मज़ा आने लगा है इन चहेरो को पढने में ... ;-)
जवाब देंहटाएंbhai maja aaya ... badhiya raha ye safar
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