मौसम की अठखेलियां, हजारों ने लिया आनंद
बसंतोत्सव का आनंद पहली बार ऐसा देखने को मिला। हजारों हजार लोग पूरे दिन
इस उत्सव में डूबे रहे। मैं तो अपने मित्रों के बेटों की शादियों में
हिस्सा लेने गया था, लेकिन जब दयाल बाग क्षेत्र में सुबह से पीले फूलों और
गुलाब में सराबोर और आनंद में डूबे हजारो हजार लोगों को देखा तो ये आनंन
अनोखा रहा। शाम को यही हजारो लोग सकड़ो पर दीप दान कर रहे थे। लंबी कतारे
अजीब हर्षोल्लास गजब का जोश, बुर्जग हो या
नौंजवान, महिला हो या पुरूष। दयाल बाग क्षेत्र में हर घर पीले फूलों से
सजा हुआ था। झालरें भी गजब की रोशनी दे रही थी और नई ऊर्जा। सच तो यह है कि
मैं यहा बगैर निर्धारित कार्यक्रम के ही गया। लेकिन इसके बाद तो होटल ताज
ओरिजेंट व आनंद भवन के बड़े वैवाहिक कार्यक्रम का आनंद पीछे छूट गया। दयाल
बाग के माहौल से मुझे भी काफी ऊर्जा मिली।
भईया अब तो सोच समझ कर बोला करेंगे ... कभी कोनो विवाद हो गया तो आपकी पोस्ट हाल गवाही दे देगी हमारे खिलाफ ... ;-)
जवाब देंहटाएंखूब सुनाये जी दोस्तों की बातें ... जय हो !
सोचे समझे तो सरकार
जवाब देंहटाएंजिसने दे रखी है आजादी
हमने तो सिर्फ ली है
वह नहीं देती तो
हम कहां से लेते
दोषी सरकार है
उसकी कार ही असरकार है
शिवम् भाई।